सृजन के रंग संस्था की आधारभूत परिकल्पना
सृजन के रंग संस्था की आधारभूत परिकल्पना
मुंबई
साहित्यिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था "सृजन के रंग" संस्था का बैनर स्थापित हुआ साथ में एक भव्य काव्य गोष्ठी का आयोजन हुआ। डॉ. कनक लता तिवारी द्वारा लिखित बाल- कथा संग्रह "पिंटू की पहली उड़ान" का विमोचन संपन्न हुआ ।
सृजन के रंग संस्था की स्थापना प्रमुख रूप से डॉ.कनक लता तिवारी,बिट्टू जैन सना,सीमा त्रिवेदी,अन्नपूर्णा गुप्ता "सरगम",नंदिता शर्मा माजी ने की है । संस्थापिका डॉ कनक लता तिवारी जिन्हें 26 वर्षों का लेखन का अनुभव है और जिनकी 9 पुस्तकें तथा 4000 लेख और कहानियां राष्ट्रीय स्तर पर प्रकाशित हो चुकी हैं।उन्होंने कहा कि हम सभी हिन्दी के विकास के प्रति प्रतिबद्ध हैं और हिंदी के प्रेम ने हम सब को जोड़ा है lसृजन के रंग हिन्दी के विकास के साथ ही सामाजिक दायित्व भी निभाने में आगे रहेगी l
सीमा त्रिवेदी अर्थिक सलाहकार हैं लेकिन साहित्य के प्रति समर्पित हैं l अन्नपूर्णा और नंदिता अपने व्यावसायिक गतिविधियों के साथ साहित्य अनुरागी हैं l बिट्टू जैन समाजसेवी होते हुए साहित्य को समर्पित हैं l ये सभी प्रतिभाएं सृजन के रंग में साथ आकर हिन्दी को घर घर पहुंचाना चाहती हैं l
इनके साथ राहुल सिंह,अमनदीप गुजराल, मीनाक्षी शर्मा पंकज, प्रदीप मिश्र, प्रिंस ग्रोवर,दया राम दर्द,निधि शुक्ला,प्रतिष्ठा श्याम आदि सभी इसमें सहभागी हैं।
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