बचे न नाश करैइ क बाटैइ, अब पूरी तैइयारी।। बजिगा बिगुल विनाश क भैइया, ई तिसरी हउ बारी।।
बचे न नाश करैइ क बाटैइ, अब पूरी तैइयारी।।
बजिगा बिगुल विनाश क भैइया, ई तिसरी हउ बारी।।
रूस अउर युक्रेन लड़त बा, अउ हमास इजराइल।।
ललकारत अमेरिका बाटैइ, राकेट टैंक मिसाइल।।
चीन जनम क कुटिल पातकी, घुड़कत बा ईरान।।
इजराइल ललकारि के काटत आतंकिन क कान।।
उसकाये पर कतर कनाडा क चढ़िगबा नाक।।
भारत पाक जनम क बैरी, जरत बा देखा पाक।।
चारिउ ओरी आगि लागि बा जरत बा कोना- कोना।।
देखा तनी कोप राम क, माटी होइगा सोना।।
पानी के जगहां आगि में नावत बायेन तेल।।
एतनी गंदी होइगा भैइया राजनीति क खेल।।
आंखी वाले तरसत बायेन, अन्हरे के कजरौटा।।
गोइंडे क खेती तरसत बा, पलिहरवा में पौटा।।
टांग खिचउवल अपसैइ में बा, मची बा खीचातानी।।
वेधत तीर करेजे में बा, जहर बुराई बानी।।
सबके मने में पाप भरा बा, के दूजे क धोवा।।
विश्व कराहत बाटैइ भैइया, जागा अब जिन सोवा।।
रोकिन पउबा अब कैउ जग में, हिन्दी हिन्दू हिन्दुस्तान।।
भारत माता क जय बोला, आपन भारत देश महान।।
Comments
Post a Comment