अखिल भारतीय अग्निंशिखा मंच का सम्मान समारोह सम्पन्न
अखिल भारतीय अग्निंशिखा मंच का सम्मान समारोह सम्पन्न
मुम्बई : अग्निशिंखा मंच समाजिक और साहित्यिक संस्था है जो जो कई वर्षों से विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रही है ।हिंदी साहित्य के क्षेत्र विगत १० वर्षों से काम हो रहा है लाकडाऊन में ऑनलाइन कवि सम्मेलन शुरु किया गया इसी कड़ी में यह १२५ वाँ कवि सम्मेलन व अगस्त मह के श्रेष्ठ रचनाकारो का सम्मान समारोह सम्पनन् हुआ मॉच की अध्यक्ष अलका पाण्डेय ने बताया कार्यक्रम की अध्यक्षता राम रॉय ने की और मुख्य अतिथि रही डॉ अर्चना दुबे विशेष अतिथि शिव पूजन पाण्डेय, संतोष साहू , पन्ना लाल शर्मा , आशा जाकड आदि ने मंच के गरिमा प्रदान की , मंच संचालन अलका पाण्डेय, सुरेन्द्र हरड़ें , शोभा रानी तिवारी ने किया काव्य सम्मेलन का विषय था “ कभी ऐसा भी तो हो “ करीब ६० कवियों ने अपनी स्वरचित रचनाओ का पाठ किया और अगस्त माह में जिन कवियों ने हर सप्ताह दिये गये विषयों पर कम से कम बीस दिन रचना लिखी उन कवियों को अग्निशिखा गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया ।
कुछ कवियों की झलक देखे
आज के विषय पर कविता
कभी यू भी तो हो
कभी यू भी तो हो
हम दोनों चाँदनी रात में
चाँद तारो के साथ में
हाथो में हाथ लिये
बतियाते रहे ….
कभी यू भी तो हो
मैं खामोश रहू
मेरे नयन बोले
और तुम सब मन की बात जानो
मेरे प्यार को पहचानो . …
कभी यू भी तो हो
मेरी संवेदनाएँ
अंतस कीं पीड़ाएँ
बिन कहे तुम जानो
मेरी भावनाओं को पहचानो
मेरे प्यार की गहराई
समझ सके तो समझो …..
कभी यू भी तो हो
सागर के तट पर
बहती लहरों में
नंगे पैरों रेती पर
हम दोनों चलाते रहे
न समय का पता हो
न मंज़िल का ठीकाना
बस तेरा मेरा साथ हो ….
कभी यू भी तो हो
जीवन के कँटीली राहों पर
सदा तेरा साथ रहे
अंतिम साँसो तक
मेरी आँखों में तेरी छबी रहे
हर साँस पर तेरा ही नाम हो
सदा सबका कल्याण हो
कभी यू भ तो हो …..
अलका पाण्डेय मुम्बई
कजरी गीत
राधा निहारत झूला झूलें-देखो
कान्हा की बाजत बाँसुरिया
देखो रितु आई सावनिया
बदरी छाई गगनवा------
आओ सखियाँ हिंडोला झूलें
देखो कान्हा की भोली सुरतिया------
देखो गा रही कोयलिया-----
डा अँजुल कंसल"कनुप्रिया"
आया श्राद्ध पक्ष आश्विन कृष्ण पक्ष को
इस पक्ष हमस्वागत करते अपने बड़ों का
जिन्होने प्यार से मनुहार से आशीष से
भर दिया हमारे जीवन को
देता हूंँ मैं जल आपको
क्या इसे स्वीकार कर धन्य करेंगे आप हमको
आपके दिखाये रास्ते पर चलूंगा
यह विश्वास दिलाता हूँ आपको
नीरजा ठाकुर नीर
पलावा डोंबिवली
महाराष्ट्
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