,, हंसी का साथ,,हंसी का साथीगुम हो गया हैंएक हंसने का मौका एक और कम हों गया हैं
,, हंसी का साथ,,
हंसी का साथी
गुम हो गया हैं
एक हंसने का मौका
एक और कम हों गया हैं
हंसता हुआ चेहरा उसकी का था
मैं उसे ही देखकर हंस दिया करतीं थीं
हंसी का साथी
वो ही था
जो आज नहीं हैं
हंसी का साथी
गुम हो गया हैं।
खुशनुमा गलियों में सब हंसते हैं
अंधेरे में गम हंसते हैं
मौत का डर जो चला हैं
किसी घर से वीर सैनिक शहीद होकर
हम सबसे बहुत दूर गया हैं
किसी घर की मां नहीं हैं , किसी घर में दुःख बसा हैं, किसी घर की बेटी कपड़ों में में जली हैं
कोई जीतें-जीतें भी दम तोड़ गया हैं
मौत का डर जो चला हैं
हंसी का दौर खो गया हैं
हंसी का साथी
गुम हो गया हैं।
हंसी की हवाओं में
एक मिलती- जुलती सी मिलावट हो गई हैं
दर्द की पीड़ा को मिटा दिया जाएं
एक होकर ही जीया जाएं
दर्द की पीड़ा को राहत की मरहम से सींचा जाएं
हंसी की बरसात को एक समान होकर बरसाया जाएं
गुम हुई हंसी को तलाश किया जाएं
हंसी का साथी
गुम हो गया हैं।
बहुत ही सुंदर , किंतु लिखने के बाद चार पांच बार खुद से पढ कर विश्लेषण करें
ReplyDeleteअगर आपको लगता है की कही त्रुटि नही तो ही पोस्ट करें यदि नही तो सुधार करें फिर पढ़े जब पूरा सही लगे तो पोस्ट करें
बहुत बहुत आभार
ReplyDeleteध्यान रखा जायेगा