श्री एम.डी शाह महिला कॉलेज मालाड इज बेस्ट कॉलेज इन मुंबई

श्री एम.डी शाह महिला  कॉलेज मालाड  इज बेस्ट कॉलेज इन मुंबई
मालाड  :  मुंबई महानगर के उपनगर मालाड पश्चिम में स्थित श्री एम.डी. शाह महिला कॉलेज महिलाओं के लिए शिक्षा का गुणात्मक परिवर्तन करने में श्रेष्ठ साबित हुआ है। इस महाविद्यालय में लड़कियों के लिए शिक्षा का उचित और सुविधापूर्ण वातावरण तथा प्राध्यापकों के निरंतर प्रयास से छात्राओं के शैक्षणिक व्यक्तित्व और उनकी कौशल्य क्षमता में गुणात्मक परिवर्तन देखा गया है । जो छात्राएं दो या तीन पासिंग सर्टिफिकेट या  उत्तीर्णांक अंक प्राप्त कर इस महाविद्यालय में प्रवेश लेती हैं, उनमें अधिकतर छात्राएं उच्चतम श्रेणी में उत्तीर्ण होकर कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं। हाल ही में बी.ए .अंतिम वर्ष  का परिणाम घोषित हुआ। जिसमें १००℅ प्रतिशत छात्राओं ने सफलता अर्जित की।उसमें बहुत सारे छात्रओं ने प्रथम श्रेणी ( फर्स्ट क्लास) के अंक  प्राप्त किया और कई  छात्राएँ ऐसी थी जो एच.  एस. सी.(बारहवीं)  कक्षा में बहुत कमजोर थी लेकिन मेहनत और लगन से पढाई  करणे के बाद उनको अभी  बहुत अच्छे  अंक प्राप्त हुए है। ऐसी ही कुछ छात्राओं ने अपने अनुभव साझा किए हैं ,जो या तो किसी तरह परीक्षाएं पास की थीं, या उच्च शिक्षा से लगभग निराश हो चुकी थीं। वे स्वयं के लिए भाग्यवान मानती हैं कि इस महाविद्यालय में प्रवेश को लेकर प्राध्यापको के निरंतर सहयोग और सुझाव प्राप्त कर उन्होंने श्रेष्ठता का मापदंड प्राप्त किया है।  कुछ छात्राओं ने अपने अनुभव  वेवाक ढंग से व्यक्त  किए।जैसे :- सोनल गुप्ता अपनी खुशी और गर्व व्यक्त करते हुए कहती है, जब मैंने बी .ए. में प्रवेश लिया था, तब बारहवीं कक्षा में मेरे केवल 48.5% अंक आए थे,  लेकिन आज  टी.वाई.बी.ए. में मैंने 81% अंक प्राप्त कर अर्थशास्त्र विषय में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। यह मेरे लिए सिर्फ एक डिग्री नहीं है, बल्कि एक बदलाव की यात्रा  है।  मेराआत्मविश्वास  मजबूत हुआ है।मैं अब स्वयं को किसी से कमतर नहीं मानती हूँ।  मेरे शिक्षकों के मार्गदर्शन, कालेज में शिक्षा के स्वस्थ वातावरण व मेरी मेहनत और समर्पण ने मेरी ज़िंदगी की दिशा ही बदल दी।
इसी तरह निभा यादव भी कहती हैं कि मैं पढ़ने में बेहद कमजोर थी,12वीं में 49% ही अंक आए थे। जब मैंने बी.ए. में प्रवेश लिया था, तो मन में एक डर था कि मैं पढ़ाई पूरी कर पाऊँगी या नहीं। लेकिन मेरे शिक्षकों ने मेरी बहुत सहायता की और मुझे हिम्मत दी। उनके विश्वास और मेरी मेहनत के कारण  मुझे बी.ए. में 72.50% मिले हैं।मैं अपने शिक्षकों का धन्यवाद करना चाहती हूँ ।नेहा यादव भी अपने अनुभव साझा करते हुए कहती हैं कि जब मैंने बारहवीं कक्षा पास की थी, तब मेरे केवल 49% अंक आए थे। उस समय मुझे अपने भविष्य को लेकर बहुत संदेह था यहाँ तक कि मेरे घर  वालों को भी संदेह था और आत्मविश्वास भी डगमगा गया था । लेकिन जब मैंने श्री एम.डी. शाह महिला महाविद्यालय में प्रवेश लिया, तब मुझे एक ऐसा वातावरण मिला जहाँ न केवल शिक्षा दी जाती है, बल्कि छात्रों का मनोबल भी सशक्त किया जाता है।इस बदौलत मैंने बी.ए. तृतीय वर्ष की परीक्षा में 73% अंक प्राप्त किए हैं। यह मेरे जीवन की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।ऐसी अनेक छात्राएं हैं जिन्होंने महाविद्यालय  के शैक्षणिक  वातावरण, प्रबंधकों की उदारता,प्राध्यापक़ों व कर्मचारियों के सौहार्द पूर्ण  व्यवहार  की भूरि-भूरि प्रशंसा की।  अर्थशास्त्र की  प्राध्यापिका डॉ.बबिता शुक्ला ने इन  छात्राओं  से कड़ी मेहनत करवाई इसी के कारण उनको इतनी बडी सफलता प्राप्त हुई। साथ ही इन  छात्राओं के पीछे कॉलेज के सभी प्राध्यापक , सुपरवायजर और प्राचार्या डॉ दीपा शर्मा मैडम का अमूल्य प्रोत्साहन रहा है , इसी वजह  से १२ वीं में सामान्य अंक मिलने  के बाद भी स्नातक (ग्रेजुएशन) उत्तीर्ण होते समय इतने अच्छे अंक  प्राप्त हुए है ।अपने बच्चो की  इतनी तरक्की देखते हुए सभी पालक आनंदित है। सभी का कहना है हमें गर्व है कि हमारी बेटी श्री एम.डी.शाह महिला महाविद्यालय की छात्रा है।

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