नवकुंभ शब्द सिंधु का विमोचन एवं परिचर्चा संपन्न
नवकुंभ शब्द सिंधु का विमोचन एवं परिचर्चा संपन्न
मुंबई । साहित्यिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक राष्ट्रीय संस्था नवकुंभ साहित्य सेवा संस्थान के तत्वावधान में शनिवार दिनांक 8 मार्च 2025 को आनलाइन ' नवकुंभ---शब्द सिंधु ' साझा काव्य संग्रह का विमोचन संस्था पदाधिकारियों द्वारा किया गया। विमोचन एवं परिचर्चा समारोह की अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल कुमार राही ने किया तथा मंच संचालन संस्था के राष्ट्रीय मिडिया प्रभारी विनय शर्मा दीप ने किया। उपस्थित पदाधिकारियों एवं उत्कृष्ट कलमकारों में राष्ट्रीय उप सचिव सीमा नयन,संरक्षिका ममता राजपूत हीर,सचिव धीरेन्द्र वर्मा धीर,उप सचिव योगेश बहुगुणा योगी,उपाध्यक्ष प्रीतम श्रावस्तवी,कोषाध्यक्ष दिवाकर सिंह प्रबल,संयोजिका नूतन सिंह कनक,सह संयोजिका ममता सिंह अनिका, पंडित अनुपम कुमार अनहद,अखिलेश कुमार मिश्र, विकास कुमार,विनोद कुमार वर्मा, विक्रम नामदेव, डॉ निर्दोष कुमार, आशीष पांडे जिद्दी, संजय श्रीवास्तव, सुमन सिंह, विभूति तिवारी, हरिओम सिंह विमल, नरसिंह बी सिंह, श्रीमती मंजू कोसारिया, अंजलि अरोड़ा खुशबू, जयप्रकाश विश्वकर्मा, सर्वनंद सिंह, अनीता सोनी, संजीव कुमार, रंजन बरियार, अकरम खान, जयवीर सिंह अत्री, दीपशिखा दीप, मनीष पंत, सत्यभामा सिंह जिया, शिवकुमार विश्वकर्मा एवं प्रतिष्ठा प्रीत मुख्य रूप से उपस्थित थे।पुस्तक विमोचन पश्चात परिचर्चा में संपादकीय समूह ने उक्त पुस्तक पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसमें सभी गज़लकारों को उनकी उत्कृष्ट गज़ल को चयनित कर छंदबद्धता के साथ समाहित किया गया है।अध्यक्षता कर रहे अनिल कुमार राही ने कहा कि मेरा उद्देश्य रहा है कि यह पुस्तक जिनके सामने जाए उलूल -जुलूल की ग़ज़लें न रखकर छंदबद्ध रुप से सभी पाठकों तक पहुंचे।राही ने कहा आने वाली आगामी साझा संकलन का विमोचन आफलाइन कवि सम्मेलन के रूप में किया जाएगा। उक्त कार्यक्रम में विमोचन एवं परिचर्चा पश्चात सभी की एक-एक कविताएं भी सुनने को मिली।अंत में सीमा नयन ने उपस्थित सभी साहित्यकारों का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।
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