*पट खोलो बाबा*
*पट खोलो बाबा*
खाटू हम भगत तुम्हारे हैं,आये हैं तेरे दर्शन के लिए-२
दर्शन दे दो खाटू बाबा,आये हैं तेरे पूजन के लिए।।
खाटू तेरी गजब कहानी है,लगती जानी पहचानी है।
बाबा तेरी महिमा जानी है,दुनिया ये तेरी दिवानी है।।
हम भी हो तेरे दिवाने हैं,आये हैं यहाॅं पूजन के लिए।
खाटू हम भगत तुम्हारे -------
धूप दीप नैवेद्य ले आये,पुष्प सुगंधित सुन्दर लाये।
छल प्रपंच सब छोड़ के आये,भाव भरा सुन्दर मन लाये।।
बाबा हम जग से हारे हैं,आये हैं तेरे पूजन के लिए।
खाटू हम भगत तुम्हारे ---------
सुनते हो सबकी अरज श्याम,मुझको क्यों किए किनारे हो।
दर्शन दे दो पट खोल श्याम,कर जोड़ खड़े हैं दुवारे हो।।
बाबा हम दास तुम्हारे हैं,आये हैं तेरे पूजन के लिए।।
खाटू हम भगत तुम्हारे ----------
हारे के सहारे हो बाबा,हम भी संसार से हारे हैं।
भूल चूक सब माॅंफ करो,बाबा हम भगत तुम्हारे हैं।।
दर्शन दे दो बाबा हमको,आये हैं तेरे पूजन के लिए।
खाटू हम भगत तुम्हारे ----------
दर्शन यदि ना दोगे बाबा,हम खड़े रहेंगे जीवन भर।
बिन पूजन किये डिगेंगे नहीं,सुन लो चाहे जाऊॅं मैं मर।।
जिद करके सुनो हे बाबा जी,आये हैं तेरे पूजन के लिए।
खाटू हम भगत तुम्हारे ---------
मनवांछित फल की ईच्छा,बस बाबा तेरा दर्शन हो।
कर दो कृपा खोल पट दो,मैं कर लूॅं तेरा पूजन हो।।
अब सुन लो बात मेरी भगवन,आये हैं तेरे पूजन के लिए।
खाटू हम भगत तुम्हारे -----------
पं.जमदग्निपुरी
सुन्दर रचना
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