संगीत साहित्य मंच ठाणे की 115 वीं काव्यगोष्ठी साहित्योत्सव के रूप में संपन्न
संगीत साहित्य मंच ठाणे की 115 वीं काव्यगोष्ठी साहित्योत्सव के रूप में संपन्न
मुम्बई शनिवार दिनाँक 11/1/25 को *मोहन शोध संस्थान (लखनऊ)*
एवं
*संगीत साहित्य मंच (ठाणे)*
के संयुक्त तत्वाधान मे *विशेष कवि सम्मलेन* मोहन शोध संस्थान के संचालक श्री रवि मोहन अवस्थी जी की बेटी के आवास लोखंडवाला काम्प्लेक्स,कांदिवली में बड़ी ही सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ!यह सम्मलेन श्री अवस्थी जी के विशेष संयोजन में आयोजित किया गया!बतादेँ कि यह आयोजन संगीत साहित्य मंच की 115 वीं गोष्ठी के स्थान पर बृहद रूप में किया गया !
उक्त आयोजन श्री निडर जौनपुरी जी की अध्यक्षता, मुख्य अतिथि वरिष्ठ कवि श्री ओम प्रकाश सिंह जी की उपस्थिति एवं श्री उमेश मिश्र प्रभाकर जी के संचालन में अपनी पूर्णता को प्राप्त हुआ!कार्यक्रम का शुभारम्भ मन्त्रोंच्चार के साथ दीप प्रज्वलन, माँ सरस्वती के पूजन एवं श्री सदाशिव चतुर्वेदी मधुर जी के वन्दना गीत द्वारा प्रथम शब्द पुष्प अर्पित करके किया गया!संचालक महोदय ने सर्वप्रथम श्रृंगार के सुप्रसिद्ध कवि श्री अरुण मिश्र अनुरागी जी को बुलाकर काव्यपाठ का आगाज किया!तदनंतर डॉ शारदा प्रसाद दूबे शरदचंद्र जी ने काव्यपाठ किया!इसके बाद हास्य व्यंग के कवि श्री हरिश्चन्द्र तिवारी जी ने अपनी प्रस्तुति दिया!कार्यक्रम को गति देते हुये श्री सुशील शुक्ला जी नाचीज़ जी से काव्यपाठ कराया गया!अगली कड़ी में मधुर जी ने अपनी ग़ज़ल का सुन्दर गायन किया!अगले पादान पर वरिष्ठ कवि श्री ओम प्रकाश सिंह जी ने बचपन पर काव्यपाठ किया!इसके उपरान्त संगीत साहित्य मंच के संयोजक श्री राम जीत गुप्ता जी ने सुन्दर काव्यपाठ प्रस्तुत किया!इसी बीच संचालक श्री उमेश मिश्र जी को श्री गुप्ता जी ने काव्य पाठ के लिए आग्रह किया!प्रभाकर जी के बाद नारी शक्ति में से कुसुम तिवारी जी ने अपने मधुर कंठ द्वारा सुन्दर काव्यपाठ किया!क्रम को आगे बढ़ाते हुए श्री राजेश दूबे अल्हड़ असरदार जी ने वीर रस की कविता का पाठ किया!अगली कड़ी में माँ सरस्वती की बेटी नीलिमा पाण्डेय जी ने अपनी बेहतरीन रचना का गायन किया!तत्पश्चात श्री लक्ष्मीकांत मिश्र कमल नयन जी ने ओज पूर्ण कविता का बेहतरीन गायन किया!काव्यपाठ के प्रवाह को गति देते हुए नीतू पाण्डेय क्रांति जी ने अनूठी रचना का गायन किया! कार्यक्रम में कुछ विलम्ब से सिरकत किये श्री अंजनी कुमार द्विवेदी जी ने सारगर्भित शब्दों में अपनी उत्तम रचना को प्रस्तुत किया!अगले क्रम में श्री रवि यादव जी ने मुक्त कंठ से सुन्दर प्रस्तुति दिया!काव्य प्रवाह की धारा में किरण तिवारी जी ने अपने अमूल्य शब्द पुष्पों को प्रवाहित किया!तत्पश्चात हम सभी के प्रेरणाश्रोत वरिष्ठ कवि श्री रवि मोहन अवस्थी जी ने अपने काव्य सागर से अनेक मोती, माडिक लुटा कर सभी को माला माल कर दिया!मंच के विधान की गरिमा का सम्मान करते हुए जौनपुर की धरती से आये हुये कार्यक्रम के अध्यक्ष श्री निडर जौनपुरी जी ने अपने गीत गुलदस्ते से अनेक पुष्पों को विखेरा, जिसकी खुशबू से सभी कवि एवं कवियत्री का अंतर्मन महक उठा तत्पश्चात अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में सभी को आशिर्वाद देते हुये इस काव्य गंगा को निर्वाध रूप से, विना इसकी पवित्रता को दूषित किये हुये बहाते रहने का निर्देश और अस्वासन प्रदान किया!अंततः संगीत साहित्य मंच के सहसंयोजक श्री सदाशिव चतुर्वेदी मधुर जी ने सभी का आभार व्यक्त करके कार्यक्रम का समापन किया!
कार्यक्रम के मध्याह्न में सुरुचि अल्पाहार और चाय की चुस्की ने सभी को ताजगी और जोश से भर दिया!
कार्यक्रम 4.30बजे से शुरू करके 8.00 बजे तक हँसी खुशी और ठहकों के बीच सम्पन्न हुआ, सभी ने अपनी रचनाओं को खुलकर प्रस्तुत किया! *विशेष आभार*
श्री मोहन शोध संस्थान (लखनऊ )
एवं
संगीत साहित्य मंच (ठाणे)
संयोजक: श्री रामजीत गुप्ता
सहसंयोजक: श्री सदाशिव चतुर्वेदी "मधुर"
मंच संचालक :श्री उमेश मिश्र "प्रभाकर"
*विनीत*
*श्री रवि मोहन अवस्थी*
संस्थापक :मोहन शोध संस्थान
*( लखनऊ)*
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